अपने एयर कंडीशनर का उपयोग करते हुए ऊर्जा बचाएं बदलते हुए पर्यावरण और बढ़ती प्रदुषण के कारन हर साल गर्मी भी बढ़ रही है जिसके कारन घरो और दफ्तरों में फैन के इलावा एयर-कंडीशनर भी लगाना अनिवार्य हो गया है। घरों के सौंदर्य भावना को बढ़ाने के लिए और गर्मी से आराम पाने के लिए आज हम पहले से ज्यादा ऊर्जा की खपत कर रहे हैं जिससे पर्यावरण पर हानिकारक असर हो रहा है।
दुनिया में अधिक ऊर्जा की खपत करने वाली चीजों में से एक—निस्संदेह वातानुकूलन है; हालांकि, यह एक तत्व है जो अक्सर आवश्यक होता है, खासकर जब बहुत गर्मी या सर्दी का मौसम होता है। बढ़ाते प्रदुषण को देख कर आजकल लोगो में ऊर्जा की बचत करने की चाह जगी है इसीलिए इस विचार पुस्तक में हम आपको ऊर्जा की खपत बचाने के लिए बताते हैं।
अपने घर के आकार और स्थान की जलवायु के अनुसार, ऊर्जा की ज़रूरतों की गणना करें और इस मामले में प्राथमिकता सौंदर्य के बजाय उपयोगिता पर ध्यान दें। सबसे पहले, आपको अपने घर के वातावरण को ठंडा या गर्म रखने के लिए आवश्यक शक्ति की गणना करनी चाहिए ताकि आप हमेशा तरोताज़ा महसूस करें। आपके घर के आकर के मुताबिक बिजली के उपकरणों की सही व्यवस्था बहुत ज़रूरी है ताकि ऊर्जा की मात्रा निर्धारित की जा सके और केवल ज़रुरत के मुताबिक एयर-कंडीशनर या हीटर और फैन का इस्तमाल हो।
अगर घर बनाते ही ज़रूरतों की गणनाओं को पूरा कर लें तो आप पहले से ही निर्धारित कर सकते हैं कि की एयर कंडीशनिंग की ज़रुरत किन हिस्सों में अनिवार्य होगी —और अपने बजट की शर्तों के अनुसार खरीदारी करें। याद रखें कि गलत उपकरण चुनने के वक़्त ज़रुरत से कम शक्ति के तो आपको वांछित तापमान हासिल करने के लिए मशीन को अधिक इस्तेमाल करने के लिए बाध्य किया जाएगा, इस प्रकार ऊर्जा व्यय में वृद्धि । यदि आप बिजली के बिल में कटौती करना चाहते है तो यह सबसे अच्छा निर्णय लेने के लिए बाजार पर हर वातानुकूलन प्रणाली की जांच करना होगा।
आपको ध्यान रखना चाहिए कि कमरे में एयर-कंडीशनर के इलावा दुसरे कौन-कौन से उपकरण हैं और उनका कूलिंग पर कितने हद्द तक असर होता है — खासकर जब बात बहुत बड़े कमरे के सन्दर्भ में हो।
बिजली के उपकरणों द्वारा इस्तेमाल होने वाली ऊर्जा के बचाना चाहते है तो ज़रूरी है वो हमेशा अच्छे स्थिती में रहें । इष्टतम परिस्थितियों को सुनिश्चित करने के लिए हमारी वातानुकूलन स्थापित करने से पहले हमारी पाइपलाइन तैयार करना महत्वपूर्ण है। यह मत भूलें कि पाइप और उपकरण की सफाई और सही रख-रखाव हमारे पर्यावरण की सहायता के लिए इस समय की कुंजी है। यदि हम छोटे क्षेत्रों के बारे में बात कर रहे हैं, तो हो सकता है कि उस मामले में एक पोर्टेबल कूलर का उपयोग करना सही समाधान है ताकि ऊर्जा का सही इस्तेमाल हो।
अगर शीतलन प्रक्रिया के दौरान खिड़कियों और दरवाजों को खुला रखे तो संभावना है कि उस एयर कंडीशनिंग का असर काम होगा और ज़रूरत से ज़ियादा देर तक मशीन को चलाना पड़ेगा। वही सर्दी में हीटर के इस्तेमाल के दौरान होता है अगर दरवाज़े/खिड़की खुले हों जब हीटर चल रहा हो क्योकि बाहर की सर्द हवा कमरे को जल्दी से गर्म नहीं होने देते। अगर ऊर्जा की बचत करना चाहते है तो घर में सभी प्रवेश द्वार बंद रखिये और उपकरणों के इस्तेमाल के दौरान पर्दो द्वारा धुप और सर्दी दोनों को घर में प्रवेश करने से रोकिये।
घर को वातानुकूल बनाने की चाव में यह न भूलें की घर में सूर्य के प्रकाश और स्वच्छ वायु जैसे प्राकृतिक ऊर्जा तत्वों का भी उतना ही महत्व है जैसे की इन कृत्रिम उपकरणों जिसमे ऊर्जा का बिलकुल इस्तेमाल नहीं होता। मनुष्य द्वारा बनाये गए यह यन्त्र सिर्फ कुंजी है जिनका इस्तेमाल प्राकृतिक तत्वों के पूरक के रूप में किया जाना चाहिए।
ऊर्जा बचत करने के लिए एयर कंडीशनिंग को जितना संभव हो उतना उच्च स्थान पर लगाए ताकि कोई दीवार या फर्नीचर हवा के मार्ग को रोक नहीं सकें और पूरा कमरा जल्दी ही ठंडा हो जाए। रसोई और स्नानघर जैसे गीले क्षेत्रों में इन उपकरणों को स्थापित करते समय, उनको सही जगह पर रखने की सलाह दी जाती है ताकि गर्म भाप इनपर विपरीत असर न करें !
पारिस्थितिकी के आधार पर अधिक परिषदों के लिए इन वास्तु शास्त्र की मूल बातों की और गौर करें !